अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् अपने स्थापना काल से ही संगठनात्मक,रचनात्मक एवं आंदोलनात्मक गतिविधियों के माध्यम से एक सशक्त छात्रशक्ति के निर्माण में प्रयासरत है। इसी कड़ी मे आज अभाविप इलाहाबाद विश्वविद्यालय इकाई द्वारा छात्रनेता सम्मेलन कराया गया। जिसमें विशेष रूप से अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् के राष्ट्रीय महामंत्री याज्ञवल्क्य शुक्ल और इलाहाबाद विश्वविद्यालय से अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् से जुड़े दर्जनों पूर्व छात्रनेता उपस्थित रहे।
अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद् के राष्ट्रीय महामंत्री याज्ञवल्क्य शुक्ल जी ने विद्यार्थियों व सभागार में उपस्थित सभी लोगों का ध्यान “राष्ट्रीय पुनर्निर्माण” की ओर खींचा। उन्होंने बताया कि अभाविप एक अग्रणी छात्र संगठन है और अभाविप ने अपने लगभग 75 वर्ष की इस ध्येय यात्रा में सभी के व्यक्तित्व का विकास हो सके इसका चिंतन किया है। उन्होंने कई उदाहरणों के माध्यम से अभाविप और परिषद् परिवार से निकले छात्र-नेताओं का भारतीय समाज के विकास में किस तरह से योगदान दिया इससे परिचित कराया। राष्ट्रीय महामंत्री ने 2023 तक इलाहाबाद विश्वविद्यालय में छात्रसंघ बहाली की उठाई मांग, सभी छात्र-नेताओं को एक साथ मिल इस लड़ाई को लड़ने का किया आह्वान किया है।
हर्षोल्लास भरा रहा माहौल , छात्र-नेताओं को याद आए पुराने दिन
अभाविप इलाहाबाद विश्वविद्यालय इकाई के तत्वाधान में आयोजित किया गया सम्मेलन कई मायनों में सफल रहा। जहां इतने वर्षो पश्चात कई वरिष्ठ छात्र-नेता एक मंच पर आए थे , वहीं नए कार्यकर्ताओं को भी उनसे मार्गदर्शन प्राप्त करने का मौका प्राप्त हुआ था। पूर्व छात्र-नेता हरेश प्रताप सिंह जी के अनुसार इस तरह के सम्मेलन से युवा कार्यकर्ताओं को अपने अग्रजों से अनुभव प्राप्त होता है वहीं पुराने कार्यकर्ता भी इस व्यस्त जीवन में अपने पुराने दिनों को याद कर थोड़ा राहत की सांस लेते हैं। इस सम्मेलन में डॉ. विवेक निगम, डॉ. विकास कुमार,रामानुज शुक्ल,रोहित मिश्र,सौमित्र द्विवेदी,राजेश पाण्डेय,आशुतोष श्रीवास्तव,वरुण प्रताप सिंह आदि छात्रनेता उपस्थित रहे।
अभाविप इलाहाबाद इकाई के इकाई अध्यक्ष शिवम सिंह व इकाई मंत्री आलोक त्रिपाठी ने संयुक्त रूप से बताया कि इस सम्मेलन से और पुरनियों के अनुभव से हम कार्यकर्ताओं में एक नई ऊर्जा का संचार हुआ है। इस तरह के सम्मेलन परिषद् के कार्यकर्ता आगामी दिनों में भी करवाते रहेंगे जिससे कि हम सभी एक साथ राष्ट्र के निरंतर विकास में अपना योगदान सुनिश्चित कर सकें।