न्यूज डेस्क। साउथ सुपरस्टार प्रभास की बहुप्रतीक्षित फिल्म ‘आदिपुरुष’ अपने फर्स्ट लुक सामने आने के दिन से ही विवादों में घिरी हुई है। सिनेमा जगत को ‘तान्हा जी’ जैसी बेहतरीन फिल्म देने वाले ओम राउत के निर्देशन बनी इस मेगा बजट फिल्म से लोगों को काफी सारी उम्मीदे थीं, लेकिन इस फिल्म का टीजर दर्शकों को जरा भी रास नहीं आया था। फिल्म में भगवान राम से लेकर हनुमान तक सभी के लुक पर जमकर विवाद हुआ था, लेकिन रावण को खिलजी जैसे भेष में देख सभी काफी नाराज हुए थे। जहां काफी समय बाद ‘आदिपुरुष’ को लेकर विवाद शांत हुआ था, वहीं अब फिर कुछ ऐसा हुआ है जिससे यह फिल्म एक बार फिर चर्चाओं में आ गई है। दरअसल, अब ‘आदिपुरुष’ को लेकर इलाहाबाद हाईकोर्ट ने सेंसर बोर्ड से जवाब मांगा है।
इलाहाबाद हाई कोर्ट की लखनऊ पीठ ने केंद्रीय फिल्म प्रमाणन बोर्ड यानी सेंसर बोर्ड को ओम राउत निर्देशित फिल्म ‘आदिपुरुष’ के खिलाफ दायर जनहित याचिका पर जवाब दाखिल करने के लिए नोटिस जारी किया गया है। फिल्म के इस मामले की अगली सुनवाई 21 फरवरी को की जाएगी। यह आदेश कुलदीप तिवारी द्वारा दायर जनहित याचिका पर पारित किया गया है। दायर याचिका में याचिकाकर्ता ने कहा है कि फिल्म निर्माताओं ने सेंसर बोर्ड से प्रमाण पत्र लिए बिना ‘आदिपुरुष’ का प्रोमो जारी किया है, जो नियमों का स्पष्ट उल्लंघन है। इतना ही नहीं इसके साथ ही याचिका में अभिनेत्री कृति सेनन द्वारा देवी सीता की भूमिका के लिए पहने गए परिधानों पर भी आपत्ति जताई गई है।
‘आदिपुरुष’ के खिलाफ दायर की गई इस याचिका में यह भी कहा गया है कि लोगों की भगवान राम और देवी सीता में गहरी आस्था है, लेकिन फिल्म में उन्हें लोगों की आस्था के खिलाफ दिखाया गया है। इसके साथ ही रावण के दृश्य को लेकर भी आपत्ति जताई गई है। फिल्म में भगवान की भूमिका निभा रहे अभिनेता प्रभास, कृति सेनन, सैफ अली खान, देवदत्त नागे और सनी सिंह जैसे कलाकारों को भी प्रतिवादी बताया गया है। इसके अलावा फिल्म के निर्माताओं और निर्देशक ओम राउत भी याचिका में प्रतिवादी हैं।