Opposition Unity

DMK की ओर से विपक्षी एकता ( Opposition Unity ) को जोर देने की कवायद पर जम्मू-कश्मीर(Jammu & Kashmir) के पूर्व मुख्यमंत्री ने फारूक अब्दुल्ला (Farukh Abdulla) बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि भारत (India) विविधता में एकता का देश है। अगर हम विविधता की रक्षा करेंगे, तो हम एकता की रक्षा करेंगे और इसलिए मुझे लगता है कि कश्मीर से कन्याकुमारी तक भारत को एकजुट करने की कोशिश अच्छी शुरूआत है। मुझे उम्मीद है कि विपक्ष ( Opposition Unity ) और मजबूत होगा। अन्य नेता भी उसी तरह से सोचेंगे। हमारे पास एक खुशहाल देश (happy Country) है, हम इसे और आगे ले जाएंगे।

विपक्ष के पीएम उम्मीदवार पर फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि जब हम सभी एकजुट होंगे और जीतेंगे, उस समय तय करेंगे कि इस देश का नेतृत्व करने और एकजुट करने के लिए सबसे अच्छा व्यक्ति कौन है। जब उनसे पूछा गया कि क्या एमके स्टालिन पीएम उम्मीदवार हो सकते हैं? तो उन्होंने कहा कि क्यों नहीं? वह पीएम क्यों नहीं बन सकते? इसमें गलत क्या है?

फारूक अब्दुल्ला ने चेन्नई में द्रमुक की बैठक के दौरान ( Opposition Unity ) कहा कि आइए हम ये भूल जाएं कि कौन प्रधानमंत्री बनने जा रहा है, आइए पहले हम 2024 का लोकसभा चुनाव जीतें। इस दौरान कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने भी अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि सभी समान विचारधारा वाले विपक्षी दलों को विभाजनकारी ताकतों के खिलाफ एक साथ आना चाहिए। मैंने कभी नहीं कहा कि कौन नेतृत्व करेगा या कौन पीएम बनेगा। यह सवाल नहीं है। हम एकजुट होकर लड़ना चाहते हैं, यही हमारी इच्छा है।

कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि तमिलनाडु में कांग्रेस-डीएमके गठबंधन ने 2004, 2009 में लोकसभा और 2006 और 2021 में विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज की। हमें यूएपीए गठबंधन के लिए 2024 की लोकसभा जीत को लेकर अपने गठबंधन और नेतृत्व की नींव को मजबूत करना जारी रखना चाहिए। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार की विफलता के कारण 23 करोड़ से अधिक लोग गरीबी रेखा से नीचे धकेल दिए गए हैं। आम आदमी महंगाई से परेशान है, युवा बेरोजगारी से प्रभावित है, लेकिन भाजपा चुनाव जीतने के लिए समाज के ध्रुवीकरण में दिलचस्पी रखती है।

कार्यक्रम में बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने कहा कि देश का मुख्य एजेंडा बेरोजगारी, महंगाई, लोकतंत्र पर हमला और सभी संवैधानिक संस्थाओं पर कब्जा करना है। हमने अतीत में देखा है कि वे संविधान का बिल्कुल भी पालन नहीं कर रहे हैं। लालू जी ने हमेशा कहा है कि यह आपातकाल नहीं, बल्कि अघोषित आपातकाल है। इसलिए हमें एक साथ आकर लड़ने की जरूरत है। हम उन्हें हरा सकते हैं और यह कोई बड़ा काम नहीं है।

समाजवादी पार्टी (samajwadi Party) के नेता अखिलेश यादव ने द्रमुक अध्यक्ष और तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन की प्रशंसा की। उन्होंने विश्वास जताया कि स्टालिन राष्ट्रीय स्तर पर प्रमुखता से उभरेंगे। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री यादव ने कहा कि स्टालिन ने मुख्यमंत्री के रूप में तमिलनाडु के विकास के लिए बेहतरीन काम किया है। स्टालिन की ओर से संचालित विभिन्न सामाजिक कल्याण योजनाओं की सराहना करते हुए उन्होंने सामाजिक न्याय के लिए एक मंच तैयार करने में DMK प्रमुख के प्रयासों की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि मैं अन्य नेताओं के साथ ( Opposition Unity ) आने वाली पीढ़ियों को न्याय की ओर ले जाना पसंद करूंगा।

स्टालिन बोले- गैर कांग्रेसी मोर्चे के पक्षधर कुछ लोगों की दलीलें खारिज कर दी जानी चाहिए
तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने कहा कि 2024 के लोकसभा चुनाव ( Opposition Unity ) इसे लेकर नहीं होंगे कि सरकार किसे बनानी चाहिए, बल्कि यह इसे लेकर होंगे कि सत्ता पर किसका नियंत्रण नहीं होना चाहिए। भाजपा को राजनीतिक रूप से हराना होगा और सभी विपक्षी दलों का यह एक अकेला लक्ष्य होना चाहिए। विपक्ष में एकता की भावना 2024 के लोकसभा चुनाव में जीत दिलाएगी। लोकसभा चुनाव 2024 के संबंध में चुनाव पश्चात गठबंधन व्यावहारिक नहीं होगा। ऐसे में गैर कांग्रेसी मोर्चे के पक्षधर कुछ लोगों की दलीलें खारिज कर दी जानी चाहिए।

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