• August 28, 2025
  • Arvind
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कई लोग नौकरशाह बनकर देश की सेवा करने का सपना देखते हैं। लेकिन हकीकत यह है कि हर साल करीब 9 से 10 लाख उम्मीदवार UPSC CSE के लिए आवेदन करते हैं, और सफलता केवल 10-15 हज़ार उम्मीदवारों को ही मिलती है। यही इस परीक्षा को इतना चुनौतीपूर्ण बनाता है।

1: मजबूत नींव बनाएं

UPSC की तैयारी शुरू करने से पहले परीक्षा को समझना ज़रूरी है।

पहले परीक्षा पैटर्न और सिलेबस को समझें।

UPSC के तीन चरण होते हैं: प्रीलिम्स, मेन्स और इंटरव्यू।

पिछले सालों के प्रश्नपत्र हल करें, ताकि आपको सवालों की प्रकृति और मार्किंग सिस्टम समझ आए।

2: अपनी रणनीति खुद बनाएं

हर व्यक्ति की तैयारी का तरीका अलग होता है।

टॉपर्स की कॉपी-पेस्ट स्ट्रैटेजी अपनाने के बजाय अपनी ताकत और कमजोरियों के हिसाब से प्लान बनाइए।

ज़रूरत पड़े तो बीच-बीच में योजना में बदलाव करें, क्योंकि कोई भी तैयारी योजना परफेक्ट नहीं होती।

3: सही संसाधन चुनें

UPSC का सिलेबस बड़ा है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि आपको बहुत सारी किताबें पढ़नी हैं।

शुरुआत NCERT किताबों से करें।

फिर एक-दो भरोसेमंद रेफरेंस बुक चुनें।

कई किताबें लेने से रिवीजन मुश्किल हो जाएगा, इसलिए क्वांटिटी नहीं, क्वालिटी पर ध्यान दें।

4: समय प्रबंधन

पढ़ाई तभी सफल होगी जब आप टाइम का सही इस्तेमाल करेंगे।

एक अनुशासित और प्रोडक्टिव रूटीन बनाएं।

पढ़ाई के सत्र समयबद्ध और लक्ष्य-उन्मुख हों।

अगर आप कॉलेज या नौकरी के साथ तैयारी कर रहे हैं, तो अपने कमजोर विषयों को प्राथमिकता दें और उन्हें पहले कवर करें।

5: टेस्ट सीरीज़ का अभ्यास

सिर्फ पढ़ना काफी नहीं है, अपने ज्ञान को टेस्ट करना भी ज़रूरी है।

नियमित रूप से टेस्ट सीरीज़ जॉइन करें।

इससे परीक्षा का माहौल समझ आएगा और अपनी तैयारी की कमी पता चलेगी। उत्तर लिखने की प्रैक्टिस होगी और शिक्षकों की फीडबैक से सुधार करने का मौका मिलेगा।

याद रखिए, UPSC का सफर लंबा है लेकिन सही नींव, रणनीति, संसाधन, समय प्रबंधन और टेस्ट प्रैक्टिस से आप भी सफलता हासिल कर सकते हैं।

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