राहुल गांधी

संसद के बजट सत्र मे राष्ट्रपति के धन्यवाद प्रस्ताव पर राहुल गांधी का दिया गया भाषण आज भी चर्चा का विषय बना हुआ है। राहुल गांधी ने अपने संसद के भाषण में अडानी समूह को एडिट किए जाने पर जमकर निशाना साधा है। राहुल के भाषण के अधिकांश हिस्सों को रिकॉर्ड में रखने की अनुमति नहीं है। उन्होने कहा “प्रधानमंत्री मेरा अपमान करते हैं और उनके शब्दों को हटाया नहीं जाता है। लेकिन मेरे अधिकांश भाषण को संपादित कर दिया गया और संसद के रिकॉर्ड में नहीं जाने दिया गया।’

राहुल गांधी ने वायनाड मे कहा “ पीएम सीधे तौर पर मेरा अपमान करते हैं। वह पूछता है कि मेरा उपनाम नेहरू नहीं बल्कि गांधी क्यों है। तो देश के पीएम सीधे तौर पर मेरी बेइज्जती करते हैं और उनकी बातों को हटाया नहीं जाता। कि कोई फर्क नहीं पड़ता है। सच्चाई हमेशा सामने आती है। और आपको बस इतना करना है कि जब मैं बोल रहा हूं तो मेरे चेहरे को देख रहा हूं और जब वह बोल रहा है तो उनके चेहरे को देख रहा हूं।’ उन्होंने आगे कहा, “आम तौर पर, और शायद श्री मोदी यह नहीं समझते हैं, लेकिन आम तौर पर भारत में, हमारा उपनाम हमारे पिता का उपनाम है।”

लोकसभा में दिए अपने भाषण को याद करते हुए राहुल गांधी ने कहा, ‘कुछ दिन पहले मैंने संसद में हमारे प्रधानमंत्री और गौतम अडानी के संबंधों को लेकर भाषण दिया था। मैंने सबसे विनम्र और सम्मानजनक लहजे में बात की। मैंने किसी भी तरह की अपशब्द का इस्तेमाल नहीं किया, किसी को गाली नहीं दी। मैंने अभी कुछ तथ्य उठाए हैं। मैंने बताया कि कैसे श्री अडानी ने प्रधान मंत्री के साथ विदेशों की यात्रा की और इसके तुरंत बाद इन देशों में अनुबंध प्राप्त करके उन्हें पुरस्कृत किया गया।”

कांग्रेस नेता ने कहा “मैंने दिखाया कि कैसे आज हवाईअड्डे के 30% यातायात को श्री अडानी द्वारा नियंत्रित किया जाता है क्योंकि उनका प्रधानमंत्री के साथ संबंध है। मैंने बताया कि कैसे नियम बदले गए ताकि अडानी को ये हवाई अड्डे मिल सकें। इससे पहले, जिन लोगों को हवाईअड्डा चलाने का अनुभव नहीं था, उन्हें इसमें भाग लेने की अनुमति नहीं थी। एजेंसियों द्वारा उन लोगों को धमकाने के बाद, जिनके पास हवाई अड्डा था, सबसे बड़े, सबसे रणनीतिक हवाईअड्डे – मुंबई हवाईअड्डे – को श्री अडानी ने अपने कब्जे में ले लिया था।”

वायनाड में बोलते हुए, राहुल गांधी ने कहा “श्रीलंका में एक अधिकारी ने कहा कि उनके देश के राष्ट्रपति ने उन्हें बताया कि पीएम मोदी ने श्री अडानी को अनुबंध देने के लिए उन पर दबाव डाला था। पीएम के बांग्लादेश जाते ही अडानी को बांग्लादेश में ठेका मिल जाता है। श्री अदानी और प्रधान मंत्री ऑस्ट्रेलिया गए। स्टेट बैंक ने अडानी को खनन परियोजनाओं के लिए 1 अरब डॉलर का ऋण दिया।” उन्होने कहा “जाहिर है, अडानी और अंबानी का एक साथ नाम लेना पीएम का अपमान है। लेकिन आप दोनों की साथ में तस्वीरें इंटरनेट पर देख सकते हैं। आप प्रधानमंत्री को अडानी के विमान में उड़ते हुए देख सकते हैं। आप उन्हें अडानी के साथ आराम करते और हंसते हुए देख सकते हैं।’

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