
नई दिल्ली: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को इकोनॉमिक टाइम्स वर्ल्ड लीडर्स फोरम में कहा कि “सुधार, प्रदर्शन और परिवर्तन” के मंत्र से भारत दुनिया को धीमी आर्थिक वृद्धि से उबारने की स्थिति में है।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत जल्द ही दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगा और 2047 तक विकसित राष्ट्र बनने की दिशा में अग्रसर है। उन्होंने यह भी कहा कि सुधार उनकी सरकार के लिए मजबूरी नहीं, बल्कि प्रतिबद्धता और विश्वास का मामला है।
उन्होंने कहा कि अगली पीढ़ी के GST सुधार से कानून और सरल होगा और यह दिवाली तक पूरा कर दिया जाएगा, जिससे कीमतों में गिरावट आएगी। इसके साथ ही पीएम मोदी ने निजी क्षेत्र से स्वच्छ ऊर्जा, क्वांटम तकनीक, बैटरी स्टोरेज, उन्नत सामग्री और बायोटेक्नोलॉजी में निवेश बढ़ाने का आग्रह किया।
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत आज दुनिया की सबसे तेजी से बढ़ती बड़ी अर्थव्यवस्था है और विशेषज्ञों के अनुसार भारत का विश्व अर्थव्यवस्था में योगदान जल्द ही 20 प्रतिशत तक पहुंच जाएगा। उन्होंने बताया कि पिछले दशक में भारत ने मैकроइकॉनॉमिक स्थिरता हासिल की है, राजकोषीय घाटा 4.4 प्रतिशत तक घटने की उम्मीद है, और बैंकों व पूंजी बाजार की स्थिति मजबूत है।
पीएम मोदी ने कहा कि आत्मनिर्भर भारत बनने के लिए देश को स्पीड, स्केल और स्कोप पर ध्यान केंद्रित करना होगा। उन्होंने बताया कि भारत ने 5G तकनीक देश में विकसित की और अब Made-in-India 6G पर तेजी से काम हो रहा है।
प्रधानमंत्री ने यह भी साझा किया कि 2014 तक भारत का ऑटो निर्यात लगभग ₹50,000 करोड़ था, जो अब बढ़कर ₹1.2 लाख करोड़ हो गया है। देश अब मेट्रो कोच, रेल कोच और रेल लोकोमोटिव्स का निर्यात भी कर रहा है। उन्होंने कहा कि भारत 100 देशों को इलेक्ट्रिक वाहन (EV) निर्यात करने के लिए तैयार है और इस उपलब्धि से जुड़ा एक बड़ा कार्यक्रम 26 अगस्त को आयोजित होगा।
प्रधानमंत्री ने कहा, “सुधार, प्रदर्शन और परिवर्तन के मंत्र के तहत भारत न केवल अपनी अर्थव्यवस्था को मजबूत बना रहा है, बल्कि विश्व अर्थव्यवस्था में भी महत्वपूर्ण योगदान देने की स्थिति में है।”