महाकुंभ 2025 के दौरान प्रयागराज की शास्त्रीय सीमा में मांस-मदिरा की बिक्री नहीं होगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने रविवार को प्रयागराज में सभी 13 अखाड़ों, खाक-चौक परंपरा, दण्डीबाड़ा परंपरा और आचार्यबाड़ा परंपरा के प्रतिनिधियों, पदाधिकारियों की उपस्थिति में यह घोषणा की। उन्होंने कहा कि महाकुंभ का आयोजन सनातन धर्म के ध्वजवाहक अखाड़ों और विभिन्न संत परंपराओं के निर्देशन में उनके ही द्वारा किया जाता है। राज्य सरकार, इसमें सहयोगी है और दुनिया भर से आने वाले श्रद्धालुगण अतिथि हैं। उन्होंने कहा कि महाकुंभ में पूरी दुनिया सनातन भारतीय संस्कृति से साक्षात्कार करेगी। सनातन परंपरा के सम्मान के लिए सरकार समर्पित है। मुख्यमंत्री ने कहा कि साधु-संतों, संन्यासियों, वैरागियों सहित समस्त सनातन समाज की भावनाओं का सम्मान रखते हुए प्रयागराज की शास्त्रीय सीमा में मांस-मदिरा का क्रय-विक्रय प्रतिबंधित किया जाना आवश्यक है।
- हरियाणा में मिली शिकस्त से कांग्रेस हैरान, राहुल गांधी ने दिये कार्रवाई के संकेत
- हरियाणा में आधा आबादी का पहली बार सबसे अधिक प्रतिनिधित्व
- Ratan Tata Love Story: चार बार प्यार होने के बाद भी क्यों शादी नहीं कर पाए रतन टाटा!
- Ratan Tata Live updates: रतन टाटा के बाद अब कौन संभालेगा टाटा ग्रुप
- Ratan Tata net worth: सादगी से हर किसी का दिल जीत लेने वाले रतन टाटा की नेटवर्थ जान लीजिए
रविवार को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ महाकुंभ मेला क्षेत्र में संत समाज के साथ संवाद कर रहे थे। इस बैठक में सभी 13 अखाड़ों के प्रतिनिधि तथा खाक-चौक परंपरा, दण्डीबाड़ा परंपरा और आचार्यबाड़ा परंपरा के प्रतिनिधियों, पदाधिकारियों की उपस्थिति रहे।
सोशल मीडिया पर हमे फॉलो करे-