आपको बता दें कि आश्विन मास के कृष्ण पक्ष की जो अमावस्या तिथि है उसे ही सर्वपितृ मोक्ष अमावस्या कहा जाता है। मान्यता है कि इस दिन सभी ज्ञात-अज्ञात पितरों का श्राद्ध करने से आत्मा तृप्त होती है और उन्हें मोक्ष मिलता है। इस दिन पितरों के नाम का श्राद्ध कर्म, पिंड दान और तर्पण किया जाता है। शास्त्रों के अनुसार, श्राद्ध पक्ष की अमावस्या पर कुछ विशेष उपाय करने से पितृ प्रसन्न होते हैं और पितृ दोष भी कम होता है। इन सबके साथ ही शाम के समय एक छोटा सा काम भी अवश्य करना चाहिए, ऐसा करने से पितर काफी प्रसन्न होते हैं और सुख समृद्धि का आशीर्वाद भी देते हैं। आइए जानते हैं सर्वपितृ अमावस्या की शाम को कौन सा उपाय करना लाभकारी रहेगा।
सर्वपितृ अमावस्या के दिन किसी ब्राह्मण को भोजन के लिए घर बुलाएं या आटा, फल, गुड़ आदि भोजन सामग्री का दान करें। साथ ही कच्चे दूध में जौ, तिल व चावल मिलाकर नदी में प्रवाहित कर दें। ये उपाय सूर्योदय से लेकर 11 बजे तक करें तो अच्छा रहेगा। ऐसा करने से जीवन के सभी कष्ट दूर होते हैं और हर कार्य में आपको सफलता मिलती है।