देवरिया हत्याकांड को लेकर समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ( Akhilesh Yadav in Deoriya) सोमवार को देवरिया पहुचेंगे। अखिलेश यादव पीड़ित परिवारों से मुलाक़ात करेंगे और श्रंद्धांजली सभा में भाग लेंगे। सरकार पर एक पक्षीय कार्रवाई को लेकर लग रहे आरोपो के बीच अखिलेश यादव के देवरिया जाने को बड़े घटनाक्रम के रूप में देखा जा रहा है। बता दे देवरिया के फ़तेहपुर गांव में धारा- एक सौ चौवालिस लगाई गयी है। सूत्रों के मुताबिक पुलिस अखिलेश यादव को देवरिया जाने से रोक भी सकती है।

 

सपा प्रमुख कार्यक्रम के मुताबिक लखनऊ से सड़क मार्ग से देवरिया पहुचने वाले है। पार्टी द्वारा जारी कार्यक्रम के मुताबिक अखिलेश यादव सुबह दस बजे लखनऊ से निकलकर तीन बजे देवरिया पहुचेंगे। अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) दोनों पीड़ित परिवारों से मुलाक़ात करेंगे, बता दे की अभी तक सरकार से जुड़े लोग सत्यप्रकाश के परिवार से मिले है। अखिलेश का दोनों पीड़ित परिवारों से मुलाक़ात करना बड़ा कदम माना जा रहा है। जानकारी के मुताबिक अखिलेश यादव परिवार से मुलाक़ात कर पत्रकारों से बातचीत कर सकते हैं।

देवेश दुबे ने देवरिया प्रशासन को अल्टिमेटम देते हुये कहा है की जब तक प्रेमचन्द्र यादव (Premchandra Yadav) के घर पर बुलडोजर कार्रवाई नहीं होती तब तक वह अपने परिवार का ब्रह्मभोज नहीं करेगा। देवेश के इस बयान के प्रशासन की चुनौती बढ़ गयी हैं।

श्रद्धांजलि सभा बना राजनैतिक मंच

देवरिया हत्याकांड में अभी दो दिन पहले समाजवादी पार्टी का बारह सदस्यो का प्रतिनिधि मंडल दोनों पीड़ित परिवार से मिलकर मुख्यालय में रिपोर्ट सौंप दी थी. जिसके बाद अखिलेश के देवरिया दौरे (Akhilesh Yadav in Deoriya) का कार्यक्रम जारी हुआ है. वहीं आठ अक्टूबर को बरहज रोड के अक्षय वाटिका मैरिज हाल में सत्य प्रकाश दुबे और उनके परिवार के सदस्यों के श्रद्धांजलि सभा का आयोजन हुआ था. इसकी अगुवाई भाजपा विधायक शलभ मणि त्रिपाठी ने की थी. जिसका यह नतीजा हुआ की श्रद्धांजलि सभा एक तरह का राजनैतिक मंच बन गया।

इसी मंच से देवरिया सदर विधायक शलभ मणि त्रिपाठी ने समाजवादी पार्टी पर जमकर हमला बोला. इसके बाद समाजवादी पार्टी की राष्ट्रीय महासचिव शिवपाल सिंह यादव इस जुबानी जंग में कूद पड़े. इतना ही नहीं सोशल मीडिया पर दोनो के बीच खूब वार और पलटवार हुआ. इस श्रद्धांजलि सभा में देवरिया समेत पूर्वांचल के लगभग सभी जिलों और बिहार के लोग शामिल हुए श्रद्धांजलि सभा को राजनीतिक तुल देते हुए शक्ति प्रदर्शन भी किया गया।

 

अब इसी बीच देवेश दुबे (Devesh Dubey) ने पुलिस और प्रशासन सहित सरकार को कटघरे में खड़ा कर दिया है। देवेश ने यूपी सरकार के सामने नया चैलेंज खड़ा करते हुए प्रेमचंद के घर पर बुलडोजर एक्शन के लिए दो दिन का अल्टीमेटम दिया है। उसने कहा कि प्रेम यादव के घर पर बुलडोजर चलने के बाद ही ब्रह्मभोज होगा। मेरे माता-पिता सहित परिवार के पांच सदस्यों की दो अक्टूबर को बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। कार्रवाई के नाम पर अब तक सिर्फ आश्वासन ही मिल रहा है। नतीजा कुछ भी नहीं दिख रहा है।

उसने कहा कि यही घटना अगर किसी प्रशासनिक अफसर के परिवार में होता तो क्या तब भी प्रशासन चुप बैठता। यह भी हो सकता है कि अगर मैं अपने परिवार के सदस्यों का ब्रह्मभोज कर देता हूं तो उसके बाद कोई कार्रवाई भी ना हो। देवेश ने कहा कि अगर उससे पहले कार्रवाई नहीं हुई तो मैं अपने परिवार के लोगों का ब्रह्मभोज नहीं करूंगा। उसने कहा की प्रेम यादव के घर पर बुलडोजर चलाने के साथ ही जिन लोगों ने मेरे घर वालों को गोली मारी थी। उनके परिवार के लोगो की बेरहमी से हत्या की थी। उनका घर भी बुलडोजर चला कर गिराया जाए। आरोपियों का या तो एनकाउंटर हो या उन्हें फांसी की सजा दी जाए। इसके बाद में अपने परिवार के लोगों का ब्रह्म भोज करूंगा। बता दे की प्रेमचन्द्र की हत्या के बाद आक्रोशित भीड़ ने सत्यप्रकाश दुबे के परिवार पर हत्या का कथित आरोप लगाते हुये तीन मासूमों समेत पांच लोगो की हत्या हुई थी।

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