माफिया अतीक अहमद की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं। अहमदाबाद की साबरमती जेल में बंद बाहुबली पूर्व सांसद के करीब 2 हजार करोड़ के आपराधिक साम्राज्य को नेस्तनाबूत कर चुकी योगी सरकार ने अब उसके 2 लाख के इनामी बड़े बेटे मोहम्मद उमर अहमद व 50 हजार के इनामी मोहम्मद अली पर शिकंजा कस दिया है। CBI ने मोहम्मद अली के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी कर तलाश तेज कर दी है तो यूपी पुलिस ने छोटे बेटे अली पर इनामी राशि 25 हजार से बढ़ाकर 50 हजार कर दिया है।
वहीं..गुजरात के गृह राज्य मंत्री हर्ष सांघवी ने मंगलवार को साबरमती सेंट्रल जेल का औचक दौरा किया, जहां गैंगस्टर से नेता बने अतीक अहमद हाईप्रोफाइल कैदियों में शामिल हैं। 2005 में बसपा विधायक राजू पाल की हत्या के मुख्य आरोपी अहमद के अलावा 2008 के अहमदाबाद सीरियल बम ब्लास्ट मामले के कई दोषी यहां की साबरमती जेल में बंद हैं।
पूर्व सांसद अहमद पर हाल ही में उत्तर प्रदेश में राजू पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल की हत्या के मामले में मामला दर्ज किया गया था। उमेश पाल की 24 फरवरी को प्रयागराज में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।
सूत्रों ने कहा कि सांघवी ने शाम को उच्च सुरक्षा वाली जेल का दौरा किया और अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (जेल) केएलएन राव सहित वरिष्ठ अधिकारियों के साथ लगभग एक घंटे तक बैठक की। सुप्रीम कोर्ट के निर्देशानुसार, अहमद को जून 2019 में उत्तर प्रदेश की नैनी जेल से अहमदाबाद की उच्च सुरक्षा वाली जेल में स्थानांतरित कर दिया गया था। प्रयागराज के रहने वाले, 60 वर्षीय विवादास्पद राजनेता उत्तर प्रदेश विधानसभा के पूर्व सदस्य भी हैं।
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