उमेश पाल हत्याकांड के बाद अतिक अहमद के परिवार की मुश्किले कम नहीं हो रही है। हत्याकांड के बाद अतीक अहमद के दोनों नाबालिग बेटे कहां है? इसको लेकर सस्पेंस गहराता जा रहा है। अतिक अहमद के गायब दोनों नाबालिक बेटे अब मिस्ट्री बन गए है। दरअसल, मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक जिला प्रोबेशन अधिकारी ने बताया कि अतीक के बेटे बाल सुधार गृह में नहीं आए हैं। इससे पहले पुलिस ने कहा था कि दोनों नाबालिग बाल सुधार गृह में हैं। उधर, शाइस्ता परवीन ने सीजेएम कोर्ट में सोमवार यानी 6 मार्च को अर्जी दाखिल की है। इसमें कहा है कि उनके दोनों बेटे सुधार गृह में नहीं हैं। इसके बाद सीजेएम कोर्ट ने पुलिस और बाल सुधार गृह से रिपोर्ट तलब की है। मामले में 10 मार्च को अगली सुनवाई होनी है।

इससे पहले कोर्ट को पुलिस ने 3 मार्च को मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट को पेश रिपोर्ट मे अतिक के बेटो को बाल सुधार गृह मे भेजे जाने का दावा किया था। पुलिस ने कोर्ट ने बताया शाइस्ता परवीन के दोनों नाबालिग बेटे खुल्दाबाद क्षेत्र में घूमते हुए पाए गए थे। नाबालिग होने के कारण उन्हें बाल सुधार गृह में भेज दिया गया है।

दैनिक भास्कर की खबर के मुताबिक जिला प्रोबेशन अधिकारी पंकज मिश्रा ने बताया, ”हमारे यहां अतीक के बच्चों की कोई एंट्री नहीं है। हम बिना जुवेनाइल मजिस्ट्रेट के आदेश के किसी भी बच्चे को पुलिस के कहने पर नहीं रख सकते हैं। अतीक के बच्चों को बाल सुधार गृह में रखने के लिए हमारे पास जुवेनाइल मजिस्ट्रेट का कोई आदेश नहीं है।”

धूमनगंज थानाध्यक्ष राजेश कुमार मौर्या ने फोन पर बातचीत की। उन्होंने कहा कि जिला प्रोबेशन अधिकारी पंकज मिश्रा गलत कह रहे हैं। अतीक अहमद के दोनों नाबालिग लड़के खुल्दाबाद के बाल सुधार गृह में ही रखा गया है।

अतिक की पत्नी शाइस्ता की इस नई अर्जी से कई सवाल खड़े हो रहे हैं। पहला सवाल है कि क्या वास्तव में अतीक अहमद के दोनों नाबालिग बेटों को पुलिस ने उनके घर से उठाया था? अगर उठाया था तो क्या 3 दिन तक दोनों बच्चे पुलिस की कस्टडी में थे? अगर कस्टडी में थे और उनका कोई अपराध था तो पुलिस ने उन्हें कोर्ट में क्यों नहीं पेश किया? जब पुलिस ने दोनों बच्चों को बाल संरक्षण को सौंप दिया तो फिर आखिर गए कहां? क्या पुलिस ने उन्हें बाल सुधार गृह से निकालकर कहीं और रखा है या फिर दोनों बच्चे वहां से भाग निकले? कोर्ट ने इन सवालों का जवाब पाने के लिए बाल सुधार गृह के अधिकारियों व पुलिस से रिपोर्ट तलब की है।

उमेश पाल हत्याकांड मामले में 27 फरवरी को अहमदाबाद जेल में बंद अतीक अहमद की पत्नी शाइस्ता परवीन की ओर से एक प्रार्थना पत्र मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की कोर्ट में दाखिल किया गया था। इस प्रार्थना पत्र में कहा गया था कि 24 फरवरी 2023 की शाम छह बजे उनके दोनों नाबालिग बेटे एजम अहमद व अबान अहमद को थाना धूमनगंज की पुलिस विधि खिलाफ तरीके से पकड़ कर अपने साथ ले गई है। 27 फरवरी तक मेरे दोनों बेटों का पता नहीं चल रहा है। न ही पुलिस उनके संबंध में कोई जानकारी दे रही है। इस अर्जी पर कोर्ट ने पुलिस से रिपोर्ट तलब की थी।

अतीक की बहन आयशा नूरी ने प्रयागराज में सोमवार को प्रेस कांफ्रेंस कर मंत्री नंदी पर पांच करोड़ रुपये का गबन करने का आरोप लगाया था। राजु पाल हत्याकांड के मुख्य गवाह उमेश पाल की हत्याकांड का राज उलझता जा रहा है।

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